जानें गुड फैट और बैड फैट में अंतर आपकी सेहत के लिए कौन से फूड्स हैं ज्यादा बेहतर?


जानें खाने की किन चीजों में होता है गुड फैट और किनमें होता है बैड फैट और इन दोनों फैट का आपकी सेहत और शरीर पर कैसे पड़ता है असर....



गुड फैट और बैड फैट में क्या है अंतर?

बैड फैट वो होते हैं, जो आपके शरीर के लिए नुकसानदायक होते हैं। आमतौर पर ऐसे फैट वाले आहारों के सेवन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, जिसके कारण दिल की बीमारियों, डायबिटीज, कैंसर और मोटापे का खतरा बढ़ता है। वहीं गुड फैट वो होते हैं, जो शरीर के लिए हेल्दी होते हैं और बीमारियों से शरीर की रक्षा करते हैं।
सभी तरह के खाए जाने वाले फैट को डाइट्री फैट कहा जाता है। इसी डाइट्री फैट को फैटी एसिड भी नाम दिया जाता है। ये फैटी एसिड पौधों से मिलने वाले आहारों में भी होता है और जानवरों से मिलने वाले आहारों में भी होता है। इन्हीं में से कुछ फैट हेल्दी होते हैं और कुछ अनहेल्दी।


'फैट' शब्द सुनते ही आपके दिमाग में क्या आता है? ज्यादातर लोग फैट का मतलब मोटा इंसान या चर्बी समझते हैं। यानी इस थ्योरी के अनुसार फैट हमेशा बैड होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गुड फैट भी होता है, जो हमारे शरीर के लिए जरूरी है? इसके बारे में कम लोग जानते हैं। दरअसल गुड फैट और बैड फैट हम सामान्य बोलचाल की भाषा में कहते हैं। असल में इनका नाम सैचुरेटेड फैट और अनसैचुरेटेड फैट है। इनमें से सैचुरेटेड फैट को शरीर के लिए अनहेल्दी (यानी बैड) माना जाता है और अनसैचुरेटेड फैट को शरीर के लिए हेल्दी (यानी गुड) माना जाता है।

फैट शरीर के लिए क्यों जरूरी हैं?

अगर आपको लगता है कि फैट वाले आहारों को पूरी तरह बंद करके आप स्वस्थ रह सकते हैं, तो आप गलत हैं। दरअसल फैट हमारे शरीर और स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। दरअसल प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट आपके शरीर के लिए एनर्जी के रूप काम करते हैं। लेकिन कुछ बॉडी फंक्शन्स ऐसे हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट नहीं, बल्कि फैट की जरूरत होती है। जैसे- कुछ विटामिन्स आपके खून में तभी घुलेंगे, जब उन्हें निश्चित फैट मिलेगा। इन विटामिन्स के उपभोग के लिए आपको हेल्दी फैट लेना बहुत जरूरी है। हालांकि ज्यादा फैट से ज्यादा कैलोरीज मिलती हैं, जो कि सेहत के लिए अच्छा नहीं है और मोटापे का कारण बनता है। इसलिए फैट को सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए।

Good fats vs Bad fats | जानें गुड फैट और बैड फैट में अंतर |
Good fats vs Bad fats

किन फूड्स से मिलने वाला फैट होता है अच्छा?

मोनोचैचुरेटेड फैट और पॉलीसैचुरेटेड फैट को शरीर के लिए हेल्दी माना जाता है। ये फैट आपको नट्स (बादाम, काजू, मूंगफली, अखरोट), वेजिटेबल ऑयल (ऑलिव ऑयल, पीनट ऑयल), पीनट बटर, अलमंड बटर, एवोकाडो आदि से मिलते हैं। इसके अलावा कई तरह की मछलियों जैसे- सैल्मन, हीरिंग, सैरडाइन्स, ट्राउट आदि में ओमेगा-3 फैटी एसिड की मात्रा अच्छी होती है। कुछ अन्य फूड्स जैसे- टोफू, रोस्टेड सोया बीन्स या सोया नट बटर, अखरोट, सनफ्लॉवर सीड्स, पंपकिन सीड्स, सीसम सीड्स, अलसी के बीज आदि में भी ओमेगा-3 फैटी एसिड और ओमेगा-6 फैटी एसिड पाया जाता है।

इन सभी फैट्स वाले आहारों के सेवन से आपके शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL Cholesterol) बढ़ता है, जो कि आपको कई तरह के रोगों से बचाता है।

 

Good fats vs Bad fats | जानें गुड फैट और बैड फैट में अंतर |
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किन फूड्स से मिलने वाला फैट होता है खराब?

आमतौर पर सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट को सेहत के लिए नुकसानदायक माना जाता है। ये फैट- मक्खन (बटर), बीफ या पोर्क, कई तरह के तेल. चिकन, पोल्ट्री स्किन, चीज़, सोर क्रीम, आइस क्रीम, कोकोनट ऑयल, पाम ऑयल, कोकोआ बटर, फ्राइड फूड्स जैसे- डोनट्स, फ्रेंच फ्राइज, फास्ट फूड्स आदि में पाया जाता है। इसके अलावा बेकरी प्रोडक्ट्स जैसे- कुकीज, केक, पेस्ट्रीज, प्रॉसेस्ड फूड्स जैसे- माइक्रोवेव पॉपकॉर्न, क्रैकर्स, चिप्स आदि में पाया जाता है।

ये सभी बैड फैट वाले आहार आपके शरीर में बैड कोलेस्ट्ऱॉल (LDL Cholesterol) को बढ़ाते हैं। यही कारण है कि ये फैट कई तरह के रोगों का कारण भी बनते हैं।